क्या आप भारतीय शहरों में इलेक्ट्रिक कार या खुद का इलेक्ट्रिक टू व्हीलर या थ्री व्हीलर सफलता पूर्वक चला सकते हैं? इसका उत्तर एक शब्द में होगा – हां ! भारत सरकार एवं भारतीय कंपनियों ने इस दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाएँ हैं | भरत एक ऐसा अग्रणी देश है, जिसने ईलेक्ट्रिक वाहनों की प्रदूषण मुक्त दुनिया को अपनाया है। हम सभी भारतवासी प्रदूषण मुक्त भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्प है |
भारतीय ऑटो एवं पावर उद्योग जगत की कंपनियों ने ईलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन में अभिन्न रुचि दिखाई है, जिनमें से प्रमुख कंपनियां हैं – बजाज मोटर्स, टाटा मोटर्स, टाटा पावर आदि । कुछ समय पहले तक, इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण केवल वैश्विक वाहन निर्माताओं को सौंपा गया था, लेकिन भारतीय वाहन निर्माता कंपनी भारतीय बाजारों में आने में सफल रही है । कई विदेशी कंपनियों ने जैसे एम. जी. मोटर्स, पियाजियो, हुंडई मोटर्स आदि ने भी भारतीय बाज़ारों में सफलता पूर्वक अपने कदम रखेँ हैं |
बजाज मोटर्स ने महाराष्ट्र सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत बजाज मोटर्स पुणे शहर के पास चाकन में संयंत्र के लिए 650 करोड़ रुपये का निवेश करेगा । यह संयंत्र एक वर्ष में लगभग एक लाख वाहनों का निर्माण करने की क्षमता रखता है । इस संयंत्र को FY 2022-23 की दूसरी छमाही तक खोलने का प्रयास है | बजाज मोटर्स अगले वित्त वर्ष में 30 शहरों में इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए खुदरा परिचालन का विस्तार करने की योजना बना रहा है।
यदि हम टाटा मोटर्स की बात करें तो जब टाटा मोटर्स भारतीय यात्री वाहनों के बाजार में पुनरुत्थान की राह पर चल रही है, जिससे केवल एक साल में शेयर में महत्वपूर्ण लाभ हुआ है। टाटा मोटर्स ने भारतीय बाज़ारों में अन्य कंपनियों की तुलना में सस्ती इलेक्ट्रिक कारों को भी लॉन्च किया है | टाटा मोटर्स ने पारंपरिक पेट्रोल / डीज़ल व्हील्स से इलेक्ट्रिक कारों को मात्र “15-20% से अधिक प्रीमियम” पर उपलब्ध करवाने की योजना बनाई है |कीमत देने की योजना बनाई है । उनका दावा है कि उनकी गाड़ी एक चार्ज पर 200 किमी से अधिक की दूरी तय करेगी | टाटा टिगोर इलैक्ट्रिक और नेक्सॉन इलैक्ट्रिक व्हिकल को भी भारतीय बाज़ारों में अच्छा रुझान मिला है और उसकी अच्छी मांग है |
एमजी मोटर और टाटा पावर ने चेन्नई में फरवरी 24 2021 को पहला 50 किलोवाट सुपरफास्ट सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन तैयार किया है। कंपनियों की योजना पूरे देश में 50kw और 60kW चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की है। यह बुनियादी ढाँचा इलेक्ट्रिक वाहनों को 50 मिनिट में 80 प्रतिशत तक चार्ज कर सकने में सक्षम हैं | टाटा पावर ने पहले ही ईजी चार्ज ब्रांड के तहत 45 अलग-अलग शहरों में 400 चार्जर के साथ देश में व्यापक ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचा तैनात किया है । उनके पास अधिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए एमजी के साथ जगुआर और लैंडओवर के साथ एक टाई-अप भी है । टाटा पावर अब अपने चार्जिंग स्टेशनों को तैनात करने और तीव्र गति से नए फास्ट चार्जर्स बनाने की योजना पर केंद्रित है।
पियाजियो ने देश का पहला इलेक्ट्रिक 3 व्हीलर्स लॉन्च किया | कार्गो और पैसेंजर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक वाहनों की एप ‘एफएक्स’ रेंज लॉन्च की गई है। यह डिलीवरी वैन, कचरा कलेक्टर आदि जैसे अनुप्रयोगों के लिए भी अनुकूलन योग्य है । यात्री वाहन, एप ‘ई-सिटी एफएक्स सबसे अधिक लाभदायक 3 व्हीलर है।
एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 500 इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग स्टेशनों को भारत में स्थापित करने की योजना बनाई है। ईईएसएल का लक्ष्य सोलर रूफटॉप, बैटरी-आधारित चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों को बांधकर ‘कार्बन न्यूट्रल चार्जिंग स्टेशन’ स्थापित करना है। अगले दो से तीन वर्षों में 10,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है।
इलेक्ट्रिक वाहन के खरीददारों की सबसे बड़ी दुविधा चार्जिंग स्टेशन है | इस कमी को दूर करने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने ईलेक्ट्रिक व्हिकल के लिए एल्यूमीनियम-एयर बैटरी लॉन्च करने की योजना बनाई है एवं 1 गीगा वॉट इलैक्ट्रिक व्हिकल बैटरी उत्पादन संयंत्र आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में लगाया जाएगा । बैटरी एल्यूमीनियम के साथ बनाई जाएगी, जो कि भारत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है एवं इसकी क्षमता लगभग 400 कि.मी. प्रति चार्जिंग तक होगी |
‘स्विच दिल्ली ’एक जन जागरूकता अभियान है जिसका उद्देश्य प्रत्येक दिल्लीवासी को स्वच्छ पर्यावरण हेतु इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने के लाभों के साथ-साथ दिल्ली सरकार की इलैक्ट्रिक व्हिकल नीति द्वारा विकसित किए जा रहे प्रोत्साहनों और बुनियादी सुविधाओं के बारे में जागरूक करना है। यह अभियान दिल्ली के प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित करने एवं उत्सर्जन मुक्त दिल्ली बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है | दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा उपयोग में लाई जा रही पेट्रोल / डीजल गाड़ियों को भी शीघ्र ही इलेक्ट्रिक वाहनो से बदलने की रणनीति बनाई गई है |
भारत सरकार आम जनता को इलैक्ट्रिक वहाँ खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य भारतीय आयकर की धारा 80 ईईबी के तहत आयकर में रियायात देगी | इस धारा के तहत कटौती केवल व्यक्तिगत करदाता के लिए उपलब्ध है। यह कटौती किसी अन्य करदाता के लिए उपलब्ध नहीं है। व्यक्तिगत करदाता के पास व्यक्तिगत उपयोग के लिए या व्यावसायिक उपयोग के लिए एक इलेक्ट्रिक वाहन हो सकता है। व्यावसायिक उपयोग के मामले में, कोई व्यक्ति धारा 80 ईईबी के तहत 1,50,000 रुपये तक की कटौती का दावा भी कर सकता है। 1,50,000 रुपये से अधिक के किसी भी ब्याज भुगतान को व्यवसाय व्यय के रूप में दावा किया जा सकता है। व्यवसाय व्यय के रूप में दावा करने के लिए, यह आवश्यक है कि वाहन को मालिक या व्यावसायिक उद्यम के नाम पर पंजीकृत किया जाना चाहिए।
उपरोक्त चर्चा से हम एक ही सार निकाल सकते हैं कि भारत में इलैक्ट्रिक वाहनों की क्रांति के दौर की शुरुवात हो चुकी है और शीघ्र ही हम इलैक्ट्रिक व्हिकल इस्तेमाल करने वाले देशों में अग्रणी होंगे |
राम प्रकाश शर्मा
मुख्य प्रबन्धक (प्रशिक्षण)
भारतीय स्टेट बैंक ज्ञानार्जन और विकास केंद्र, अजमेर